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बस गया मेरे मन में हूँ यादों में रहता हिन्दीकविता अधूरा प्रेम hindikavita sswc दरख़्त हूं प्यार का चाहत अब न रही बेबस दिल उनकी यादों में बापू राष्ट्रपिता लकीरें हाथ में जो हैं पुरानी हैं बस ख्वाहिश है जिन्दगी में आगे बढ़ने की।

Hindi बस पुरानी यादों में Poems